लोगों के पास होगी Instagram पर बिताए जाने वाले अपने समय और उन्हें दिखाई देने वाले कंटेंट को कंट्रोल करने की सुविधा

19 जनवरी, 2023

  • हम Instagram पर ‘शांत मोड’ लॉन्च कर रहे हैं, ताकि जब लोगों को सबसे ज़्यादा फ़ोकस करने की ज़रूरत हो, वे फ़ोकस कर पाएँ. साथ ही, हम टीनएजर बच्चों को इसे चालू करने के लिए भी कहेंगे.
  • हम लोगों को ऐसे ज़्यादा तरीके मुहैया करा रहे हैं जिनसे वे हमें बता सकें कि वे एक्सप्लोर, सर्च और Reels में किस तरह का कंटेंट नहीं देखना चाहते.
  • हम अपने निगरानी टूल्स को भी अपडेट कर रहे हैं, ताकि माता-पिता अपने टीनएजर बच्चों से उनकी Instagram सेटिंग के बारे में ज़्यादा आसानी से बात कर पाएँ.

शांत मोड के ज़रिए फ़ोकस करने और दायरे तय करने में आपकी मदद करना

आज, हम ‘शांत मोड’ लॉन्च कर रहे हैं, ताकि लोग ज़्यादा फ़ोकस कर पाएँ. साथ ही, इसके ज़रिए हम लोगों को दोस्तों और फ़ॉलोअर्स के बीच दायरे तय करने के लिए भी प्रोत्साहित करना चाहते हैं. जब यह मोड चालू होगा, तो आपको कोई भी नोटिफ़िकेशन नहीं मिलेगा, आपकी प्रोफ़ाइल का एक्टिविटी स्टेटस ‘शांत मोड में’ हो जाएगा और जब कोई आपको DM करेगा, तो हम अपने आप उसे एक ऑटो-रिप्लाई भेज देंगे.

टीनएजर बच्चों ने हमें बताया है कि कभी-कभी वे कुछ समय सिर्फ़ अपने लिए रखना चाहते हैं और शायद उन्हें रात में पढ़ाई के दौरान या स्कूल में फ़ोकस करने के लिए ज़्यादा तरीकों की ज़रूरत है. आप अपने शेड्यूल के हिसाब से अपने ‘शांत मोड’ का समय कस्टमाइज़ कर सकते हैं. जब यह फ़ीचर बंद किया जाएगा, तो हम आपको नोटिफ़िकेशन की एक समरी दिखाएँगे, ताकि आप एक नज़र में वे नोटिफ़िकेशन देख पाएँ जो आपसे छूट गए हैं. ‘शांत मोड’ का उपयोग कोई भी कर सकता है, लेकिन जब टीनएजर बच्चे रात के समय Instagram पर एक तय किया गया समय बिता लेंगे, तो हम उन्हें इस मोड का उपयोग करने के लिए कहेंगे.

‘शांत मोड’ अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, आयरलैंड, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड में आज से सभी के लिए उपलब्ध है. हमें उम्मीद है कि यह अन्य देशों में भी जल्दी उपलब्ध होगा.

आपको दिखाए जाने सुझाव मैनेज करने के नए तरीके

हम चाहते हैं कि लोग Instagram पर जो कंटेंट देखते हैं, उस पर उनका ज़्यादा कंट्रोल हो, इसलिए हम नए फ़ीचर पेश कर रहे हैं जिनकी मदद से लोग हमें बता पाएँगे कि वे किस तरह के कंटेंट का सुझाव नहीं पाना चाहते.

पहला फ़ीचर यह है कि अब आप एक्सप्लोर में एक बार में ऐसे कई कंटेंट को छिपा सकते हैं जो आपको पसंद नहीं है. इसके अलावा, जब आप एक्सप्लोर में दिखाई देने वाली किसी पोस्ट पर “दिलचस्पी नहीं है” चुनेंगे, तो हम आगे से आपको उन अन्य जगहों पर उस तरह का कंटेंट कम दिखाने की कोशिश करेंगे जहाँ हम सुझाव देते हैं, जैसे कि Reels, सर्च वगैरह.

आपको दूसरा फ़ीचर यह मिल रहा है कि कुछ ख़ास शब्दों वाले कमेंट और DM को छिपाने की सुविधा तो आपके पास पहले से है, अब हम इस फ़ीचर का दायरा और बढ़ा रहे हैं और इसे सुझाई जाने वाली उन पोस्ट पर भी लागू कर रहे हैं जो आपको Instagram पर दिखाई दे सकती हैं. ऐसा शब्द या शब्दों की लिस्ट, इमोजी या हैशटैग जोड़ें जिन्हें आप नहीं देखना चाहते हैं, जैसे कि “फ़िटनेस” या “रेसिपी”और हम कोशिश करेंगे कि आपको ऐसे कंटेंट का सुझाव न दिया जाए जिनके कैप्शन या हैशटैग में वे शब्द हैं. आप सेटिंग के सुझाया गया कंटेंट सेक्शन में इसे एक्सेस कर सकते हैं.

माता-पिता के लिए निगरानी के अपडेट किए गए टूल्स की मदद से टीनएजर बच्चों के अनुभव को बेहतर बनाएँ

टीनएजर बच्चों को Instagram पर अपने समय और अनुभव को मैनेज करने के ज़्यादा तरीके देने के अलावा, हम यह भी चाहते हैं कि माता-पिता को इस बारे में ज़्यादा जानकारी रहे कि उनके टीनएजर बच्चे ऑनलाइन कैसे फ़ैसले ले रहे हैं. साथ ही, हम चाहते हैं कि वे फ़ैमिली सेंटर और निगरानी टूल्स के ज़रिए आसानी से अपने टीनएजर बच्चों से उनकी सेटिंग्स के बारे में बात कर पाएँ.

हाल ही में, हमने एक सुविधा जोड़ी है जिसकी मदद से माता-पिता अपने टीनएजर बच्चे की Instagram सेटिंग देख सकते हैं, जिनमें प्राइवेसी और अकाउंट सेटिंग शामिल हैं. अगर उनका टीनएजर बच्चा अपनी सेटिंग अपडेट करता है, तो उन्हें एक नोटिफ़िकेशन मिलेगा और वे इस बदलाव के बारे में अपने टीनएजर बच्चे से बात कर पाएँगे. माता-पिता अब यह भी देख सकते हैं कि उनके बच्चों ने किन अकाउंट को ब्लॉक किया है.

बातचीत के लिए सुझाव देखने और माता-पिता के लिए उपलब्ध निगरानी टूल्स (जैसे कि समय की सीमा सेट करने का तरीका, ब्रेक शेड्यूल करने का तरीका, टीनएजर बच्चे द्वारा कोई रिपोर्ट शेयर किए जाने पर नोटिफ़िकेशन पाने का तरीका और अन्य सुविधाएँ) के बारे में ज़्यादा जानने के लिए, फ़ैमिली सेंटर पर जाएँ.

ये जो अपडेट किए जा रहे हैं, ये हमारी लगातार जारी उन कोशिशों का हिस्सा हैं, जिनके ज़रिए हम पक्का करना चाहते हैं कि लोगों को उनकी पसंद का अनुभव मिले. साथ ही, वे जो समय ऑनलाइन बिताते हैं और उस दौरान जो कंटेंट देखते हैं, उस पर उनका ज़्यादा कंट्रोल हो.